हमेशा से ही स्पिनर ऑलराउंडर का बोलबाला भारतीय टीम में रहा है, जिसकी शुरुआत 1983 के वर्ल्ड कप से हुई। भारत के पास 1983 वर्ल्ड कप में रवि शास्त्री के रूप में एक स्पिन ऑलराउंडर मौजूद था। यही जिम्मेदारी साल 2007 और 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान Yuvraj Singh ने निभाई थी। जब साल 2013 में भारत चैंपियन ट्रॉफी जीतने में कामयाब रहा, उस समय भारत के पास एक स्पिन ऑलराउंडर के रूप में रविंद्र जडेजा जैसा खिलाड़ी मौजूद था।
जिससे स्पष्ट है कि अगर भारत को चैंपियन ट्रॉफी हासिल करनी है तो एक स्पिन ऑलराउंडर को टीम में अवश्य चांस देना चाहिए लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह रही, कि भारत में एक स्पिन ऑलराउंडर के मौजूद होते हुए उसे चांस नहीं दिया जा रहा है।
राहुल तेवतिया को नहीं मिला मौका
इस समय आईपीएल के दौरान राहुल तेवतिया गुजरात टाइटंस की तरफ से खेलते हैं, पिछले सीजन के दौरान यह खिलाड़ी राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलता था। उनके द्वारा शेल्डन कैट्रेल के खिलाफ एक ही ओवर के दौरान 5 छक्के जड़कर राजस्थान रॉयल्स को एक हैरतअंगेज जीत दिलाई गई।
इस सीजन के दौरान भी गुजरात टाइटंस की तरफ से खेलते हुए राहुल तेवतिया ने 2 गेंदों में 12 रन बनाकर गुजरात को एक रोमांचक मैच में जीत दिलाई। पिछले सीजन में 31 की बल्लेबाजी औसत और 147 के विस्फोटक स्ट्राइक रेट की सहायता से राहुल तेवतिया द्वारा 200 से अधिक रन बनाए गए थे।
इस खिलाड़ी को बल्लेबाजी करने के बहुत ही कम अवसर मिल सके, लेकिन जब भी इस खिलाड़ी को बल्लेबाजी करने का चांस मिला उन्होंने अपने इस अवसर का भरपूर फायदा उठाया। राहुल तेवतिया का कहना है कि छक्के लगाना उन्हें बहुत अधिक पसंद है।
पसंदीदा खिलाड़ी हैं युवराज सिंह
‘द कपिल शर्मा शो’ में जब राहुल तेवतिया आए और जब शो के होस्ट में कपिल शर्मा ने उनसे उनके पसंदीदा खिलाड़ी के बारे में पूछा कि उनका पसंदीदा खिलाड़ी आखिर कौन है तो इसके जवाब में उन्होंने अपने सबसे फेवरेट खिलाड़ी का नाम युवराज सिंह बताया।
उस चैट शो के दौरान राहुल तेवतिया ने कहा, कि मुझे सिर्फ छक्कों में ही विश्वास है। लेकिन यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है, कि राहुल तेवतिया जैसे स्पिन ऑलराउंडर के मौजूद होते हुए भी टीम इंडिया में उन्हें मौके नहीं दिए जा रहे हैं।
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