मौजूदा समय में दक्षिण अफ्रीका में महिलाओं का अंडर-19 World Cup खेला जा रहा है। जोकि अब अपने अंतिम चरण पहुंच चुका है। इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा। जिसमें भारत और इंग्लैंड की टीमों का आमना सामना होगा। जो भी टीम यह मैच जीतने में कामयाब रही, वह टीम पहले महिला अंडर-19 वर्ल्ड कप की चैंपियन साबित होगी। दक्षिण अफ्रीका के पोस्टमट्म में यह मैच खेला जाएगा।
साल 2017 का बदला लेने की फिराक में भारत
भारत के पास इस मैच के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ साल 2017 वर्ल्ड कप में मिली शिकस्त का बदला लेने का बेहतरीन मौका उपलब्ध है। उस वर्ल्ड कप के फाइनल में भारतीय टीम इंग्लैंड के हाथों हार गई थी, और इंग्लैंड की टीम विश्व चैंपियन बन गई थी। भारतीय टीम उस मैच के दौरान मिली हार को अब तक नहीं भुला सकी है। उस समय टीम की कप्तानी की बागडोर मिताली राज के हाथों में थी जबकि इस बार इस टीम की कमान शेफाली वर्मा के हाथों में है। वह इंग्लैंड के हाथों 8 साल पहले मिली हार का बदला अवश्य लेना चाहेंगी।
हालांकि इंग्लैंड को हराना भारतीय टीम के लिए कोई आसान काम नहीं होगा। अब तक इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड की टीम ने अपना एक भी मैच नहीं गंवाया है, और सभी मुकाबलों में जीत हासिल करने में कामयाब रही। सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया को भी शिकस्त दे चुका है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को इंग्लैंड ने 100 रनों के लक्ष्य का भी पीछा नहीं करने दिया था, और पूरी टीम मात्र 97 रनों पर ही समेट दी थी। उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन को देखने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है, कि इंग्लैंड की टीम इस समय कैसी फॉर्म में चल रही है।
अब तक भारत का प्रदर्शन रहा बेहतरीन
अगर इस टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम के प्रदर्शन की बात की जाए, तो भारत की लड़कियों ने सबको चौंकाने वाला बेहद ही शानदार और ताबड़तोड़ प्रदर्शन किया है। अब तक इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम मात्र एक मैच ही गवां सकी है, जोकि सुपर 6 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गवाया था। सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम को शिकस्त देते हुए भारतीय टीम यहां तक का सफर तय कर सकती है।
टीम के बहुत से खिलाड़ियों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सबको खूब प्रभावित किया है। जहां 18 वर्षीय बल्लेबाज श्वेता सहरावत अब तक 6 मैच खेलते हुए 292 रन बनाने में कामयाब रही, और इसके साथ साथ वह इस टूर्नामेंट की टॉप स्कोरर भी हैं। उनके बाद भारतीय टीम की कप्तान शेफाली वर्मा दूसरे नंबर पर हैं, जो 6 मैचों में 157 रन बनाने में कामयाब रहीं।
वहीं अगर गेंदबाजी की बात की जाए, तो लेग स्पिनर पार्शवी चोपड़ा अपनी ताबड़तोड़ गेंदबाजी के लिए जानी जाती हैं। अब तक पांच मैचों में वह अपने नाम 9 विकेट कर सकी हैं। इसके साथ-साथ वह सेमीफाइनल मुकाबले ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ‘मैन ऑफ द मैच’ भी रही थी। फाइनल मुकाबले में भी यह सभी अपने इस बेहतरीन फॉर्म को जारी रखने का पूरा प्रयास करेंगी।