IND vs AUS : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज समाप्त हो चुकी है। इस सीरीज में स्पिनरों का दबदबा बरकरार रहा। दोनों ही टीमों की तरफ से स्पिनरों द्वारा जमकर विकेट चटकाए गए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से नाथन लियोन द्वारा जमकर विकेट चटकाए गए। वह चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 21 विकेट चटकाने में कामयाब रहे हैं। इस दौरान इंदौर का उनका 8 विकेट का शानदार प्रदर्शन रहा।
भारत में खेलना हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण
सीरीज के समाप्त होने के बाद नाथन लियोन द्वारा बातचीत के दौरान बताया गया कि,
“यह एक कठिन चुनौती रही है। हमने यहां आकर काफी कुछ सीखा है। आने वाले समय में कुछ ऐसे एरिया हैं, जहां हम सुधार कर सकते हैं।”
यह लगातार चौथा ऐसा मौका रहा, जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम को 2-1 से टेस्ट सीरीज में हराने में कामयाब रही। इसके बाद नाथन लियोन ने अहमदाबाद की पिच को लेकर बताया कि,
“यह पिच पूरी तरह से पिछली पिचों की तुलना में अलग थी। यहां गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था। यह काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता था, लेकिन गेंदबाज के रूप में यह हम पर निर्भर हैं कि हम क्रीज में फंसे खिलाड़ियों को पकड़ने की कोशिश करें और उन्हें गलत शॉट खेलने पर मजबूर करें। पहले तीन पिचों से पूरी तरह अलग, बहुत कॉम्पैक्ट और बहुत अधिक फुटमार्क नहीं।”
भारत के लिए बोले दिल जीतने वाली बात
इसके अतिरिक्त नाथन लियोन द्वारा टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारत की स्थिति को लेकर कहा गया कि,
“हम स्कोर (न्यूजीलैंड-श्रीलंका मैच का) देख रहे थे, लेकिन हमें पता था कि हम फाइनल में भारत का सामना करने जा रहे हैं। यह काफी रोमांचक होने जा रहा है, हमें इसमें वास्तव में अच्छी बढ़त मिली है, थोड़ा समय और फिर कुछ तैयारी करेगें, लेकिन इसके लिए तत्पर हैं।”
लंदन के द ओवल में 7 जून से खेले जाने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में इन दोनों टीमों की भिड़ंत होगी। अंत में नाथन लियोन द्वारा इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण करने वाले दोनों स्पिनरों के बारे में बातचीत करते हुए बताया गया कि,
“मुझे लगता है कि मैं उनकी (मर्फी और कुहमैन) टेस्ट यात्रा की शुरुआत में एक बड़ी भूमिका निभाने में सक्षम हूं, मुझे पता है कि मैटी आज रात जडेजा के साथ बीताने के इच्छुक हैं, उन्होंने जो हासिल किया है, उस पर उन्हें गर्व होना चाहिए। स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ गेंदबाजी करना कोई आसान उपलब्धि नहीं है।”