T20 World Cup से भारतीय टीम का दौर समाप्त हो चुका है। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान Team India को 10 विकेट से शिकस्त का सामना करना पड़ा। इसकी हार के कई कारण सामने आ रहे हैं। जिनमें से एक सवाल प्लेइंग इलेवन के दौरान स्पिनर के सिलेक्शन पर भी उठाया जा रहा है।
चहल को क्यों नहीं दिया गया चांस
हमारी वर्ल्ड कप स्क्वाड में 3 स्पेशलिस्ट स्पिनर शामिल थे। जिनमें रविचंद्रन अश्विन, युज़वेंद्र चहल और अक्षर पटेल के नाम शामिल है। किसी समय T20 फॉर्मेट में फिट ना बैठने वाले रविचंद्रन अश्विन को हर मैच के दौरान खिलाया गया। इसके विपरीत पाकिस्तान के शादाब खान और इंग्लैंड के आदिल रशीद दोनों ही खिलाड़ी मैच के दौरान जबरदस्त खेलते हुए कामयाब भी रहे, लेकिन युज़वेंद्र चहल को प्लेइंग इलेवन के दौरान मौका क्यों नहीं दिया गया। इसका जवाब सुनील गावस्कर और हरभजन सिंह द्वारा भी मांगा गया है। इसके साथ ही चहल के कोच रणधीर सिंह से हम इस बात का जवाब मांगेंगे। आइए जानते हैं रणधीर सिंह का क्या जवाब रहा।
रणधीर सिंह का कहना है, कि “एक्सपेरीमेंट्स करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन उसके परिणाम भी तो सामने आने चाहिए”।
युज़वेंद्र चहल को प्लेइंग इलेवन में जगह ना देना टीम मैनेजमेंट का फैसला है। उसके द्वारा वही निर्णय लिए जाते हैं, जो टीम के हित में होते हैं। ऑस्ट्रेलिया के ग्राउंड बड़े होने के कारण चहल बैटर्स को रीड करके फ्लाइट करता है। हो सकता कि चहल एक्स फैक्टर साबित होता। बाकी टीमों द्वारा लेग स्पिनर को प्लेइंग इलेवन में खिलाया गया, जहां तक मैं सोचता हूं कि चहल को प्लेइंग इलेवन में चांस दिया जा सकता था, लेकिन यह फैसला टीम मैनेजमेंट का होता है, और वह बेस्ट पॉसिबल प्लेइंग इलेवन को ही मैदान में उतारता है।
वही चहल के रिप्लेस पर खेलने वाले अक्षर पटेल का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा। जहां तक मैं मानता हूं, कि मैच के दौरान युज़वेंद्र चहल को खिलाना चाहिए था, क्योंकि वह लीडिंग विकेट टेकर है और सुनील गावस्कर, हरभजन सिंह और आकाश चोपड़ा जैसे बड़े खिलाड़ी कह रहे हैं, कि चहल को अवश्य खिलाना चाहिए था। लेकिन बात वहीं आकर अटकती है कि टीम मैनेजमेंट द्वारा हालात को देखकर डिसीजन लिए जाते हैं।
ODI वर्ल्ड कप में चहल की स्थिति
अगले साल ODI World Cup का आयोजन भारत में होना है। अभी 1 साल का समय उस वर्ल्ड कप के लिए शेष है, मौजूदा समय की बात की जाए तो युज़वेंद्र चहल का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। वनडे के दौरान तो वैसे भी लोग स्पेल होते हैं, और चहल का रिकॉर्ड इस फॉर्मेट में बेहतरीन रहा है। उम्मीद जताई जाती है, कि चहल को मौका दिया जाएगा और उनका प्रदर्शन भी बेहतरीन रहेगा।
सेमीफाइनल में इंग्लैंड अटैकिंग मोड पर
इस पर कहां गया कि यह तो सिचुएशन पर ही निर्भर करता है, पूरे टूर्नामेंट के दौरान हमारी ओपनिंग पार्टनरशिप सही नहीं रही। अगर ओपनिंग सही नहीं होती है, तो हर कीमत पर आपको डिफेंसिव होना ही पड़ता है। अगर बात इंग्लैंड की करें, तो इंग्लैंड का कोई विकेट गिर ही नहीं सका, जिसके चलते वह अटैकिंग खेलते रहे। ऐसा संभव नहीं हो सकता कि आपके विकेट भी गिर जाएं और आप अटैकिंग भी खेले।
टीम एक्सपेरिमेंट्स पर क्या है राय
एक टीम कॉन्बिनेशन के लिए एक्सपेरीमेंट्स आवश्यक है अगर कॉन्बिनेशन का प्रयोग नहीं किया जाएगा तो एक्सपेरिमेंट नहीं कर सकेंगे बिना एक्सपेरिमेंट के युवा खिलाड़ियों को चांस नहीं मिल सकता हमारी टीम पिछले वर्ल्ड कप में जो टीम खेली थी लगभग वही टीम इस बार की प्लेइंग इलेवन में भी मौजूद थी और जो बाकी खिलाड़ी इस प्लेइंग इलेवन में जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा नहीं शामिल थे उसका मुख्य कारण उनका अनफिट होना था।
इंग्लैंड पड़ सकती है पाकिस्तान पर भारी
रविवार 13 नवंबर पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच T20 वर्ल्ड कप 2022 का फाइनल मुकाबला होना है। जिसमें इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान के ऊपर भारी पड़ सकती है। हो सकता है कि यह वर्ल्ड कप इंग्लैंड अपने नाम कर ले।
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