16 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में टी20 World Cup का आगाज होने जा रहा है। जिसमें हिस्सा लेने के लिए दुनिया की टॉप 16 टीमें तैयारियों में लगी पड़ी है। इन टीमों में कई ऐसे खिलाड़ी भी मौजूद हैं, जो टूर्नामेंट के दौरान शानदार फॉर्म में नजर आए। वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे, जो पिछले 1 साल के दौरान कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।
इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ऐसे 10 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो अपने बल्ले और गेंद दोनों से ही किसी भी मैच का पासा पलटने की पूरी काबिलियत रखते हैं। यानी यह खिलाड़ी इस टूर्नामेंट के गेम चेंजर्स खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
हार्दिक पांड्या
पिछले साल खराब फिटनेस के चलते नेशनल टीम से बाहर हुए हार्दिक पांड्या इस साल फिर से अपना जलवा बिखेरने में कामयाब रहे हैं। आईपीएल के दौरान शानदार फॉर्म में वापसी करते हुए हार्दिक ने अपनी टीम गुजरात को चैंपियन बनाया, उसके बाद भारतीय टीम में हार्दिक 2022 के 19 टी20 मैचों में 436 रन बनाने में कामयाब रहे।
ताकत: बल्ले और गेंद दोनों से ही शानदार फॉर्म में चल रहे हार्दिक आवश्यकता पड़ने पर विकेट लेने की भी काबिलियत रखते हैं उनका स्ट्राइक रेट ऑस्ट्रेलिया में 156 है।
कमजोरी: हार्दिक साल 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान चोट के चलते गेंदबाजी करने में नाकाम रहे। टीम मैनेजमेंट के लिए उनकी फिटनेस एक बहुत बड़ी चिंता का विषय रही, इसके साथ साथ वह ऑस्ट्रेलिया के लिए 11 की इकोनॉमी से रन देने वाले खिलाड़ी हैं।
वानिंदू हसरंगा
एशिया कप के दौरान दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज वानिंदू हसरंगा ने श्रीलंका के लिए कई मौकों पर रन बनाए हैं। उनके द्वारा खेले गए 8 मैचों में कुल 16 विकेट लिए गए थे।
ताकत: यह गेंदबाज स्पिन बॉलिंग की गति पर नियंत्रण कर सकता है, और यह एक अच्छा फिनिशर भी है।
कमजोरी: इनकी कमजोरी 10.91 की इकोनॉमी से रन देना है, और ऑस्ट्रेलिया में यह कम असरदार साबित होते हैं।
जोस बटलर
इस साल इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर का प्रदर्शन बेहद ही धमाकेदार रहा है। 2022 में 189.01 उनका स्ट्राइक रेट रहा।
ताकत: बटलर हर तरह के शॉट खेलने की काबिलियत रखते हैं। उनके अंदर बतौर ओपनर पिच पर टिके रहने की सहनशीलता भी मौजूद है। इसके साथ साथ वह एक आक्रमक बल्लेबाज भी हैं।
कमजोरी: इस खिलाड़ी को धीमी गेंदबाजी करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ लेग स्पिनर्स के साथ भी खेलने में इनको दिक्कत महसूस होती है।
ट्रेंट बोल्ट
अपनी टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने पिछले साल वर्ल्ड कप के दौरान शानदार प्रदर्शन किया था। इसके साथ साथ टूर्नामेंट के दौरान भी वह सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे।
ताकत: यह खिलाड़ी नई गेंद को तेज गति से दोनों तरफ स्विंग कराने में माहिर है। इसके साथ साथ सटीक यार्कर में भी उन्हें महारत हासिल है।
कमजोरी: यह खिलाड़ी सॉफ्टबॉल होने पर लाइन और लेंथ में कोई चेंजमेंट नहीं करते हैं। इसके साथ-साथ बाउंड्री पड़ने पर जल्दी ही यह अपना आपा खो बैठते हैं, और मौके का फायदा नहीं उठा पाते।
मोहम्मद रिजवान
इस साल शानदार फॉर्म में नजर आने वाले पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान टी20 क्रिकेट के दौरान नंबर 1 के बल्लेबाज हैं। साल 2021 के दौरान वह अपने बल्ले से 134 के स्ट्राइक रेट से रन बनाने में कामयाब रहे।
ताकत: उनकी ताकत टीम को अच्छी शुरुआत देना है, इसके साथ साथ वह बड़ी बड़ी पारियां खेलने में भी माहिर है। और मैच को फिनिश करके ही दम लेते हैं।
कमजोरी: उनकी सबसे बड़ी कमजोरी लेग साइड में अधिक स्कोर करने के कारण कैच थमा बैठते हैं। अंदर आती गेंद को भी खेलने में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
डेविड वॉर्नर
पिछले साल UAE में हुए टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान डेविड वॉर्नर का प्रदर्शन शानदार रहा। टूर्नामेंट के दौरान सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वह दूसरे नंबर पर थे।
ताकत: यह एक आक्रामक बल्लेबाज है, और फास्ट बॉलर्स के खिलाफ स्ट्राइक रेट और अच्छी शुरुआत देने में भी माहिर हैं।
कमजोरी: इनकी सबसे बड़ी कमजोरी टर्निंग पिच पर स्पिनर्स के खिलाफ परेशान होना है। इन्हें एक तेज गेंदबाज की बाहर जाती गेंद भी काफी परेशान करती है।
बाबर आजम
इस समय काफी अच्छी फॉर्म में चल रहे पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम पिछले साल वर्ल्ड कप में टॉप स्कोरर थे। इस साल 132.73 की स्ट्राइक रेट से खेल रहा यह खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में 138.55 के स्ट्राइक रेट से खेलता है।
ताकत: इनकी गिनती दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में होती है। यह खिलाड़ी स्पिन को अच्छे से खेलने में माहिर है।
कमजोरी: यह खिलाड़ी बॉल के स्विंग होते ही परेशान हो जाता है, बड़े मुकाबलों का प्रेशर झेलने की इनके अंदर क्षमता नहीं है।
सूर्यकुमार यादव
टी20 क्रिकेट के दौरान पिछले 2 सालों से कमाल के फॉर्म में चल रहे इस खिलाड़ी को आईपीएल में कहर बरपाने के बाद 2021 में इंडियन टीम में मौका मिल सका। अपने अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर के दौरान उनके द्वारा 34 मैचों में 38.70 की औसत से 1045 रन बनाए गए। अपनी बेहतरीन फॉर्म के चलते टी-20 रैंकिंग में यह दूसरे नंबर पर शामिल है।
ताकत: हर दिशा में बॉल मारने की काबिलियत रखते हैं। इसीलिए इन्हें मिस्टर 360 कहा जाता है। इसके साथ-साथ शुरुआती विकेट गिरने के बाद भी टीम को संभालने की काबिलियत इनमें मौजूद है।
कमजोरी: बड़े टूर्नामेंट के दौरान ये खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम है इसके साथ साथ टी20 वर्ल्ड कप 2021 और एशिया कप के बड़े मुकाबलों के दौरान भी यह फ्लॉप साबित होते हैं।
रोहित शर्मा
भारतीय टीम के कप्तान और ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा की बल्लेबाजी पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। उनके द्वारा इस साल 23 मैचों के दौरान कुल 540 रन बनाए गए हैं। किसी भी मैच को अकेले दम पर बदलने की काबिलियत रखते हैं। इसके साथ-साथ रोहित टी20 क्रिकेट के दौरान चार शतक भी लगा चुके हैं। उनका स्ट्राइक रेट 140.59 का रहा है।
ताकत: इनकी सबसे बड़ी ताकत लेंथ और शार्ट बॉल को शानदार टाइमिंग के साथ खेलना है।
कमजोरी: इनकी सबसे बड़ी कमजोरी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के सामने अच्छा प्रदर्शन न कर पाना है। बड़े मुकाबलों के दौरान भी इनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है।
विराट कोहली
पिछले 3 सालों से कुछ खास कमाल नहीं कर सके विराट कोहली ने एशिया कप के दौरान शानदार प्रदर्शन किया है। टी20 वर्ल्ड कप के दौरान विराट का बल्ला जमकर बोलता है। साल 2014 और 2016 के दौरान विराट इस टूर्नामेंट के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी रह चुके हैं। टी20 क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट के दौरान विराट 76.81 की औसत से बल्लेबाजी करने की काबिलियत रखते हैं। खिलाड़ी का टी20 क्रिकेट के दौरान 50 से भी अधिक औसत है।
ताकत: इनकी सबसे बड़ी ताकत यह है, कि विराट की गिनती दुनिया के सबसे महानतम बल्लेबाजों में होती है। किसी भी गेम को पूरी तरह से फिनिश करने की ताकत भी विराट में मौजूद है।
कमजोरी: यह खिलाड़ी आउट स्विंग और लेग स्पिनर के खिलाफ अपने को साबित नहीं कर पाता है।
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