केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि आयुष मंत्रालय गौमूत्र पर शोध कर रहा है। गौमूत्र में कैंसर सहित कई अन्य गंभीर बीमारियों को दूर करने की क्षमता होती है। विश्व फिजियोथेरेपिस्ट दिवस के मौके पर बोल रहे केंद्रीय मंत्री ने यह दावा भी किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई भी दवा के रूप में गौमूत्र का सेवन करते थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गौमूत्र का इस्तेमाल कई तरह की दवाएं बनाने के लिए किया जाता है। हमें इस पर और अधिक शोख करने की जरूरत है। चौबे ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस बात पर विचार कर रहा है कि कैंसर के इलाज को आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया जाए।
उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियां पूरी दुनिया के लिए चुनौती हैं। हम इसे पूरी तरह खत्म करने का दावा तो नहीं कर सकते, लेकिन इसे नियंत्रित जरूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार ने साल 2030 तक का लक्ष्य रखा है।