यूएपीए बिल राज्यसभा में पेश किया गया है. लोकसभा में पहले ही यह बिल पास हो चुका है. इस बिल में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को और शक्तिशाली बनाए जाने का प्रावधान है.
इस पर चर्चा का जवाब देते हुए अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि निजी स्वार्थ के लिए कानून के दुरुपयोग का कांग्रेसी इतिहास सभी जानते हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक कमजोर कानून की वजह से देशद्रोहियों को सजा नहीं मिली. आतंकी यासीन भटकल को आतंकवादी घोषित किया होता तो सभी थानों में उसकी तस्वीर और फिंगरप्रिंट होता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके दुरुपयोग की बात नहीं करें क्योंकि आपातकाल में क्या किया गया? जरा अपना अतीत देख लीजिए.उन्होंने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की दलीलों पर निशाना साधते हुए कि वह अभी-अभी चुनाव हारकर आये हैं तो उनका गुस्सा स्वाभाविक है. उन्होंने कहा कि समझौता एक्सप्रेस में आरोपी पकड़े गए, फिर उन्हें छोड़ दिया गया. धर्म विशेष और नकली मामला बनाकर एक धर्म विशेष के लोगों को टारगेट करके पकड़ा गया क्योंकि चुनाव नजदीक था. दरअसल इससे पहले दिग्विजय सिंह ने सरकार की नीयत पर शक जाहिर करते हुए कहा था कि जब से आपकी सरकार आई है तब से NIA के काम में फर्क हो गया है. तीन फैसले में अपराधी बरी हुए हैं- समझौता एक्सप्रेस, मक्का-मस्जिद, अजमेर शरीफ केसों में. NIA ने इसके खिलाफ अपील क्यों नहीं की? जहां अभियोजन और बचाव पक्ष एक हो जाएगा तो न्याय कैसे उम्मीद करें? आपने एक धर्म के खिलाफ माहौल बनाया है कि ये आतंकवाद से जुड़े हैं. आज इस समय देश में विश्वास की कमी है क्योंकि आपकी सोच विभाजित है? आप हिन्दू और मुसलमान में भेद पैदा करते हैं.