नवरात्र में इस बार मां वैष्णो देवी के दरबार में आने वाले भक्तों को गोल्डन गेट के जरिए मां के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा। भव्य गेट बनकर तैयार हो गया है। नवरात्र पर पूजन के साथ इस गेट से होकर लोग मां के चरणों तक पहुंचेंगे।
गेट के निर्माण में लगभग 10 किलो सोना तथा एक हजार किलो से अधिक चांदी का इस्तेमाल किया गया है। पहले गेट मार्बल का था। नए गेट में पहले तांबा, फिर चांदी और सबसे बाद में सोना लगाया गया है।
गेट के दाहिनी ओर मां की आरती है, जबकि बाईं ओर मां लक्ष्मी की मूर्ति बनी हुई है। ऊं एं क्लीं चामुंडाए विच्चै मंत्र भी लिखा गया है। दुर्गा के नौ रूपों के साथ ही भगवान गणेश तथा कमल के फूल भी प्रदर्शित हो रहे हैं। गुफा के अंदर की तरफ गेट पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश की मूर्ति है। भगवान सूर्य की मूर्ति भी बनी हुई है।
दिल्ली, यूपी और हैदराबाद के कारीगरों ने बनाया गेट
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप सिंह ने बताया कि दरबार में स्थापित किया जा रहा गोल्डन गेट आकर्षण का केंद्र रहेगा। देशभर के धार्मिक स्थलों में ऐसे गेटों का निर्माण कर चुके दिल्ली, यूपी और हैदराबाद के कारीगारों ने इसे तैयार किया है। इसमें निर्माण में इच्छुक दानियों ने सहयोग दिया है। बोर्ड ने गेट के निर्माण के लिए इच्छुक दानियों का सहयोग मांगा था, जिसमें भारी समर्थन मिला है।